
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। अम्बेडकरनगर टांडा उपखंड में बिजली बिल संशोधन के नाम पर बड़ा घोटाला! 💸।।
बिजली उपकेंद्र टांण्डा अम्बेडकर नगर:
शिकायतकर्ता को बताया भ्रामक शिकायत, जबकि लाभ उठाने वाले का बयान बनाया जांच का आधार!
🔴 विवाद की जड़:
बलया जगदीशपुर क्षेत्र में बिजली विभाग द्वारा विद्युत उपभोक्ता शिवपूजन यादव के ₹76,328 के बकाया बिल को नियमों के विरुद्ध संशोधित कर ₹33,128 कर दिया गया। जबकि नियमों के अनुसार केवल सरचार्ज माफ किया जा सकता है, मूलधन की वसूली अनिवार्य है। इस तरह विभागीय अधिकारियों ने शासन को लाखों की राजस्व क्षति पहुँचाई।
🛑 शिकायत की स्थिति:
जब एक जागरूक नागरिक ने इस गड़बड़ी की शिकायत की, तो जांच अधिकारी मोहित कुमार ने नायाब तरीका अपनाया –
शिकायतकर्ता पर ही आरोप मढ़ दिया कि वह इस बिल से संबंधित नहीं है, और लाभार्थी उपभोक्ता शिवपूजन यादव का बयान लेकर निस्तारण कर दिया कि “बिल सही है और शिकायत झूठी है।”
👉 कितनी बड़ी विडंबना है:
जिस व्यक्ति को अवैध तरीके से राहत दी गई, उसी का बयान जांच का आधार बनाकर असल शिकायत को “भ्रामक व असत्य” घोषित कर दिया गया।
👉 बार-बार पुरानी रिपोर्ट की नकल:
जब दोबारा शिकायत की गई, तो अधिकारियों ने शासनादेश का उल्लंघन करते हुए पहली रिपोर्ट को ही दोबारा अपलोड कर दिया, बस संदर्भ संख्या और तिथि बदल दी।
🟣 यह साफ दर्शाता है:
“चोर-चोर मौसेरे भाई” की कहावत यहां अक्षरशः चरितार्थ हो रही है।
➡️ अधिकारी खुद को बचाने के लिए नियमों को ताक पर रखकर शिकायतों का फर्जी निस्तारण कर रहे हैं।
➡️ IGRS पोर्टल का मज़ाक बनाकर जनता की शिकायतों को कुचला जा रहा है।
👉 मामले की स्वतंत्र व उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।
👉 संबंधित अधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही हो।
👉 IGRS पर निस्तारण की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए।
✍️जनहितमेंजारी